Facts About गोलगप्पे खाने के ये 5 फायदे जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान Revealed



इस बार गणतंत्र दिवस में बहुत कुछ रहा खास, जानें परेड में क्या हुआ पहली बार

वसंत ऋतु में वातावरण में भी ग़ज़ब का संतुलन होता है- न ही अत्यधिक सर्दी न अतिशय गर्मी :वातावरण सुखद, रमणीय और कमनीय भी।जहाँ वसंत ऋतु में हर तरफ़ सौंदर्य है ;पर्यावरणीय संतुलन है। ठीक उसी प्रकार मानवीय जीवन में भी सौंदर्य, नूतनता और संतुलन अत्यावश्यक है।जिस प्रकार हम वर्ष भर में प्रत्येक ऋतु से गुज़रते हुए वसंत का लुत्फ उठाते हैं, उमंग -उत्साह से उल्लसित होते हैं, ठीक उसी प्रकार हमारे जीवन काल में भी हम शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था, युवावस्था और वृद्धावस्था से गुज़रते हैं। मुद्दा ये नहीं है कि कोई चमत्कार करता है, बल्कि ये है कि आपके लिए चमत्कार क्या है?

यूं तो ये सभी घरेलू उपाय हैं और इनसे किसी तरह का नुकसान होने का खतरा नहीं होता लेकिन बेहतर होगा कि कोई भी उपाय अपनाने से पहले आप एकबार डॉक्टर से सलाह ले लें.

आप आज महमानों को अपने घर आमंत्रित करेंगे और आदर्श मेजबान होंगे। आप सभी आमंत्रित लोगों से मेलजोल बढ़ाएंगे, अपने बारे में बताएँगे, साथ ही उन्हें भी अपने परिवार के बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।कलाकार किसी नए रचनात्मक कलाकृति को शुरू करने के लिए अपनी कलात्मकता और प्रवृत्ति का उपयोग करेंगे।सरकारी परियोजनाओं…

मकर राशि के जातकों की स्मृति शक्ति मजबूत होती है। इसके साथ ही इनके विचारों में गहराई भी देखने को मिलती है। आर्थिक मामलों में मकर राशि के जातक अधिक सावधानी से कार्य लेते हैं। सबसे ख़ास बात यह है मकर राशि के जातक एक साथ कई कार्यों को करने में सक्षम होते हैं। अर्थात…

जनरल फिजिशियन डॉक्टर अशोक जिंदल का मानना है कि गोलगप्पे के पानी में जलजीरा, इमली और पुदीना होता है। इस तरह तीखा-खट्टा खाने से पेट साफ होता है और छालों का पानी निकल जाता है जिससे वह सूख जाते हैं। लेकिन यह भी गलत नहीं है कि अगर बहुत ज्यादा मात्रा में गोलगप्पे का पानी पिएं और उस पानी में केमिकल हो तो छाले हो भी सकते हैं। इसलिए यह छालों का इलाज भी बन सकता है और कारण भी।

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर गोलगप्पे का सेवन निर्धारित मात्रा में किया जाए तो इसके कई फायदे हैं। एक बार में छह से ज्यादा गोलगप्पे नहीं खाना चाहिए। गोलगप्पे खाने से आपको कैलोरी मिलती है। आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है।

आप चाहें तो खुद भी टेस्ट कर सकते हैं कि पानी में मिलावट तो नहीं है। अगर पानी में केमिकल्स होते हैं तो पानीपुरी खाने के बाद आपके दांतों पर कुछ जमने जैसा लगने लगता है। इससे पता चलता है कि उसमें केमिकल मिलाया गया है।

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मध्य प्रदेश - अगर आपको कोई कहे कि क्या आप टिक्की खाना चाहेंगे? तो इसका मतलब आप भी मेरी ही तरह आलू की टिक्की ही समझेंगी। लेकिन एमपी के होशंगाबाद में गोलगप्पों को टिक्की कहा जाता है।

गोलगप्पे, पानीपुरी, फुल्की या फिर पुचका का नाम सुनते ही भला किसके मुंह में पानी नहीं आएगा! अगर स्ट्रीट फूड की बात करें, तो सबसे ज्यादा खाने वाली चाट गोलगप्पा ही है। यह हर जगह आसानी से मिल जाता है और बेहद पसंद भी किया जाता है। वाकई गोलगप्पे के खट्टे-मीठे पानी की खुशबू से हर कोई उसकी तरफ खींचा चला जाता है। 

वयस्कों से अपनी किसी भी समस्या के लिए सलाह लीजिये। इससे आपको उनके अनुभव से लाभ होगा और उन्हें भी प्रसन्नता होगी।आप खुद को अस्वस्थ महसूस कर सकते है। इस दशा में आप किसी से भी सम्पर्क ना करके अकेले ही रहना पसंद here करेंगे।लेखापालों को चाहिये कि किसी विशेष प्रकल्प के सिलसिले में किसी विशेषज्ञ…

अगर गोलगप्पे खाने के तुरंत बाद आप पेट में जलन आदि महसूस करते हैं तो यह इस बात की निशानी है कि पानी में टार्टरिक एसिड, एसिटिक एसिड व रंग के लिए गाढ़े एसेंस का प्रयोग किया गया है।

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